भारत का पहला कैशलेस रेलवे स्टेशन

दिंनाक: 23 Dec 2016 15:22:56


माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की कैशलेस ट्रांजेक्शन की पहल रंग ला रही है। मध्य प्रदेश के जबलपुर रेलवे स्टेशन ने इसमें बाजी मारी है और अब जबलपुर देश का पहला ऐसा रेलवे स्टेशन बन गया है, जहां रेलवे रिजर्वेशन पूरी तरह से कैशलेस तरीके से किए जा सकते हैं। जबलपुर के रेलवे स्टेशन पर शनिवार 10 दिसंबर 2016 शाम को कैशलेस ट्रांजेक्शन की सुविधाएं शुरू की गई हैं।

जबलपुर के मुख्य रेलवे स्टेशन के रिजर्वेशन सेंटर में 3 पीओएस मशीनें लगा दी गई हैं और यहां से शनिवार शाम से ही लोग कार्ड स्वैप कराकर टिकट ले रहे हैं। जबलपुर के अलावा शहर के ही मदन महल रिजर्वेशन सेंटर में भी 2 पीओएस मशीनें लगा दी गई हैं। अब इन मशीनों से मुसाफिर अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिए रिजर्वेशन करवा सकेंगे। आपको बता दें कि फिलहाल डेबिट या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल केवल ई-टिकट बुक कराने के लिए ही होता था लेकिन नोटबंदी के बाद से ही सरकार लगातार कैशलैस ट्रांसेक्शन को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है और इसी को ध्यान में रखते हुए रेलवे रिजर्वेशन काउंटर पर पीओएस मशीनें लगाने का फैसला किया गया था।

यात्री पीओएस मशीन से कार्ड स्वाइप कर अपने जनरल के टिकट ले सकते हैं, साथ ही आरक्षण की टिकटें भी यहां बुक की जा सकती है। डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिए रिजर्वेशन कराने की प्रक्रिया ठीक वैसै ही है जैसे शॉपिंग के लिए होती है। रिजर्वेशन काउंटर पर आपकी टिकट बनते ही काउंटर पर लगी मशीन पर आपका कार्ड स्वैप किया जाएगा। उसके बाद मशीन में आपको पिन नंबर टाइप करना होगा और ओके बटन दबाते ही आपकी टिकट की रकम आपके खाते से निकलकर रेलवे के खाते में ट्रांसफर हो जाएगी और आपका टिकट बुक हो जाएगा।

यात्री कैशलेस ट्रांजेक्शन कर अपने टिकट ले रहे हैं। यात्रियों का कहना है कि इससे खुल्ले की चिन्ता भी समाप्त हो गई है, वहीं जेब में पैसे नहीं होने पर भी अपने एटीएम कार्ड से टिकट ले सकते हैं। इस तरह के ट्रांजेक्शन से यात्रियों को कोई अतिरिक्त शुल्क का भुगतान भी नहीं करना पड़ रहा है। यात्री इस व्यवस्था से खुश हैं और पैसे की कमी की टेन्शन दूर हो गई है।