दिंनाक: 24 Dec 2016 14:34:25 |
लोकसभा में मेरे द्वारा जबलपुर में सी.जी.एच.एस. लाभार्थियों को उचित चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के दृष्टिकोण से शहर में सी.जी.एच.एस. का एक मल्टी सुपर स्पेशियेलिटी अस्पताल अथवा पॉलीक्लीनिक के साथ ही 6 अतिरिक्त वेलनेस सेंटर खोलने की आवश्यक्ता की ओर सदन में केन्द्र सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया गया। इस संदर्भ में सदन के माध्यम से केन्द्र सरकार को अवगत कराया कि जबलपुर शहर में केन्द्रीय संस्थानों की संख्या लगभग 115 है इसके अतिरिक्त रक्षा मंत्रालय की चार बड़ी निर्मार्णियों के साथ ही एम.ई.एस. एवं मिलिट्री बेस वर्कशॉप तथा सेंट्रल आर्डनेंस डिपो भी स्थापित हैं जिनमें कार्यरत एवं सेवानिवृत्त सी.जी.एच.एस. कार्डधारी सुरक्षा कर्मचारियों व आश्रितों की संख्या 85000 है। इन 85000 लाभार्थियों को चिकित्सा सेवा प्रदान करने हेतु जबलपुर शहर में वर्तमान में सी.जी.एच.एस. के केवल 4 वेलनेस सेंटर उपलब्ध हैं।
सदन में अवगत कराते हुए मैंने कहा कि वस्तुस्थिति यह है कि अन्य शहरों में प्रति वेलनेस सेंटर लाभार्थियों का औसत 3 हजार से 10 हजार के बीच है जबकि जबलपुर में यह औसत प्रति वेलनेस सेंटर 22 हजार है। इस प्रकार प्रत्येक वेलनेस सेंटर में कार्य का भार दोगुना है जिसके फलस्वरूप वरिष्ठ नागरिकों को घंटों कतार में लगे रहना पड़ता है तथा इन केन्द्रों में डॉक्टरों एवं स्टॉफ की सीमित संख्या के चलते उन्हें उचित उपचार नहीं मिल पाता है। जिसके कारण अनेकों कठिनाईयों का सामना इन सी.जी.एच.एस. लाभार्थीजनों को करना पड़ता है।
गत दिनों केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे.पी.नड्डा के द्वारा जबलपुर प्रवास के दौरान सी.जी.एच.एस. के एक अतिरिक्त वेलनेस सेंटर को खोले जाने की घोषणा के लिये मेरे द्वारा जबलपुर की जनता की ओर से उनका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इसके बावजूद भी सी.जी.एच.एस लाभार्थियों की संख्या के अनुरूप जबलपुर में सी.जी.एच.एस. का एक मल्टी सुपर स्पेशियेलिटी अस्पताल या पॉलीक्लीनिक तथा 6 अतिरिक्त वेलनेस सेंटर खोले जाने की आवश्यक्ता है।
सरकार प्रस्तुत आंकड़ों तथा सी.जी.एच.एस. से संबंधित भारत सरकार के नियमों के अनुसार जबलपुर में लाभार्थियों को उचित चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के दृष्टिकोण से विशेष ध्यान देते हुए शीघ्र अतिशीघ्र उचित निर्णय लेगी।