स्वास्थ्य और स्वच्छता


साफ सफाई और स्वच्छता की दृष्टि से ही रेल मंत्रालय ने माननीय सुरेश प्रभु जी के नेतृत्व में इस 17000 बायो टॉयलेट बनाने का निर्णय लिया है और अगला लक्ष्य 30000 टॉयलेट्स का है|
यह विषय मात्र स्वास्थ्य और स्वच्छता का भर नहीं हैं बल्कि हमारे राष्ट्रीय स्वाभिमान का भी हैं ताकि फिर से कोई भारतीय रेल को खुला शौचालय न कह सके|