पश्चिम मध्य रेल के विकास कार्यों की समीक्षा, महाप्रबंधक एवं अधिकारियों की उपस्थिति में समय सीमा तय की गई

दिंनाक: 24 Oct 2017 12:40:46

जबलपुर में रेल सुविधाओं के विकास हेतु पश्चिम मध्य रेल महाप्रबंधक श्री गिरीश पिल्लई, रेल मंडल प्रबंधक श्री सुधीर कुमार, कलेक्टर श्री महेश चंद्र चैधरी एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थानीय सर्किट हाउस क्रमांक 1 समीक्षा बैठक की गई।

बैठक में इटारसी-जबलपुर-इलाहाबाद इलेक्ट्रिफिकेशन, मदन महल टर्मिनल स्टेशन, रेलवे की भूमि का स्थानांतरण, ट्रेनों के स्टॉपेज और संचालन के साथ जबलपुर मंडल के अंतर्गत आने वाले स्टेशनों में यात्री सुविधाओं के संदर्भ में चर्चा कर परियोजनाओं की समय सीमा तय की गई।

जबलपुर के लिये महत्वपूर्ण इटारसी-जबलपुर-इलाहाबाद इलेक्ट्रिफिकेशन परियोजना के पूर्ण होने की समय सीमा रेल अधिकारियों द्वारा दी गई जिसमें प्रमुख रूप से इटारसी-जबलपुर-कटनी का कार्य मार्च 2018 तक पूर्ण कर लिया जायेगा जिसमें जबलपुर से पिपरिया नवम्बर 2017 सतना से कटनी दिसम्बर 2018, कटनी से जबलपुर, मार्च 2018 तक पूरा किया जायेगा साथ ही माणिकपुर से मझगवां दिसम्बर 2018, मझगवां से सतना रीवा मार्च 2019 और शंकरगढ़ से मानिकपुर अक्टूबर 2019 तक पूर्ण कर लिया जायेगा। कटनी से इटारसी का मार्ग मार्च 2018 में पूर्ण होने से दिल्ली और बीना की ओर जाने वाली ट्रेनें इलेक्ट्रिफाई आॅपरेशनल हो जायेंगी जिससे समय की बचत होगी।

मदनमहल स्टेशन को टर्मिनल स्टेशन के रूप में विकसित किया जाना है जिसके लिये राशि का आबंटन भी किया जा चुका है और रेल अधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि दिसम्बर 2017 में इसका टैण्डर जारी कर मार्च अप्रैल से कार्य प्रारंभ किया जायेगा। सांसद श्री सिंह ने कहा कि मदनमहल के रूप में एक नया टर्मिनल स्टेशन विकसित होने से जबलपुर स्टेशन में यातायात का दबाव कम होगा और साथ ही ट्रैनों के संचालन और यात्री सुविधाओं में बढ़ोत्तरी होगी। बैठक में अधिकारियों से कहा कि छोटी लाइन फाटक से ग्वारीघाट की भूमि के संबंध में नगर निगम द्वारा जमीन के बदले जमीन देने का प्रस्ताव तैयार कर रेलवे के पास भेजा गया है इस पर शीघ्र निर्णय लिया जाये।

तीन स्टेशनों में एफओबी स्वीकृत:
भिटौनी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म में 150 फीट का ही शेड है और विपरीत मौसम में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है इस हेतु अतिरिक्त शेड का निर्माण कराने एवं पेयजल की समुचित व्यवस्था के साथ प्लेटफार्म को मानक स्तर के प्लेटफार्म बनाने कहा गया साथ ही भेडाघाट रेलवे स्टेशन को पर्यटन स्थल के रूप में आइडेंटिफाई कर पर्यटन स्टेशन के रूप में विकसित किया जाये और रेलवे के पर्यटन मानचित्र में भी इसे शामिल किया जाये। भेड़ाघाट स्टेशन का पहुंचमार्ग जर्जर स्थिति में है इसे व्यवस्थित कराकर निर्माण कराया जाये एवं यात्रियों एवं पर्यटकों की सुविधा हेतु भेड़ाघाट स्टेशन में आरक्षण केन्द्र खोला जाये। जबलपुर मुख्य स्टेशन के प्लेटफार्म 1 में उतरने हेतु एस्केलेटर शीघ्र प्रारंभ किया जाये और प्लेटफार्म 2 में लिफ्ट लगवाने की कार्यवाही की जाये। अधारताल रेलवे स्टेशन में फुट ओवर ब्रिज स्वीकृत हो चुका है जिसे प्रारंभ किया जाये और अधारताल स्टेशन के आसपास रेलवे की पर्याप्त भूमि है जिसे उपयोग में लेकर अधारताल स्टेशन को विकसित किया जा सकता है जिससे आने वाले समय में उपनगरीय क्षेत्र के यात्री अधारताल से यात्रा कर सकें। साथ ही डुन्डी स्टेशन में भी फुट ओवर ब्रिज स्वीकृत हो चुका है जिसे शीघ्र प्रारंभ किया जाये। गोसलपुर रेलवे स्टेशन में फुट ओवर ब्रिज की स्वीकृति हो तथा खजरी फाटक से स्टेशन पहुंचमार्ग का निर्माण शीघ्र कराया जाये। सिहोरा रेलवे स्टेशन में अनारक्षित टिकिट हेतु 2 आॅटो टिकिट वेंडिंग मशीन लगाई जायें साथ ही स्टेशन पर शौचालय की व्यवस्था हेतु काॅम्प्लेक्स का निर्माण किया जाये। इन सभी सुझावों पर पमरे महाप्रबंधक श्री पिल्लई ने सहमति करते हुए आश्वस्त किया कि शीघ्र ही प्रस्ताव बनाकर कार्य प्रारंभ कराया जायेगा।

सांसद श्री सिंह ने केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना के संबंध में कहा कि पिछली बैठक में पश्चिम मध्य रेल के आधिपत्य में केन्द्रीय विद्यालय खोले जाने का सुझाव दिया गया था। जिससे रेलवे कर्मचारियों को लाभ होगा। इस पर डीआरएम श्री कुमार ने बताया कि प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भेजा जा चुका है प्रस्ताव पास होते ही आगे की कार्यवाही की जायेगी।

सांसद श्री सिंह ने कहा कि इस तरह की समीक्षा बैठक के आयोजन से परियोजनाओं को गति मिलती है वहीं नये कार्यों एवं आवश्यक्ताओं पर प्रकाश डाला जाता है और इस तरह के संवाद और बैठक से रेलवे के प्रति आमजनों में सकारात्मक वातावरण का निर्माण होता है। निश्चित ही इस समीक्षा बैठक में तय की गई समय सीमा में कार्य पूर्ण होने से जबलपुर के यात्रियों की रेल सुविधाओं में बढ़ोत्तरी होगी। बैठक में सीएओ विजय सहगल, पीसीओएम मनोज सेठ, पीसीई एम.बी.विजय, सीई ओ पी तनवर, डिप्अी सीई सुमित कुमार खुल्लड़, एसडीई विजय पांडे, वी के पालीवाल आनंद कुमार उपस्थित थे।