भेड़ाघाट में प्रस्तावित साइंस सेंटर एवं तारामंडल

दिंनाक: 24 Dec 2016 14:39:35


मेरे सतत प्रयासों के फलस्वरूप साइंस सेंटर एवं तारामंडल की स्थापना भेड़ाघाट में धुआंधार के समीप होगी। इस हेतु केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा आदेश जारी कर दिया है। युवा पीढ़ी को वर्तमान प्रतिस्पर्धा के समय में बौद्धिक एवं व्यावहारिक रूप से विज्ञान की दृष्टि से जागरूक एवं सक्षम बनाने तथा पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मेरे द्वारा विगत पांच वर्षों से इस बात का लगातार प्रयास किया जा रहा था कि जबलपुर में तारामंडल के साथ साइंस सेंटर की स्थापना की जाए। इसी के फलस्वरूप इसी वर्ष फरवरी माह में केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री डॉ. महेश शर्मा ने जबलपुर में इसकी स्थापना के लिये अनुमोदन प्रदान किया था। इसके निर्माण के लिये आवश्यक सात एकड़ भूमि के स्थल निरीक्षण हेतु एक उच्चस्तरीय दल जुलाई माह में केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय के अवर सचिव श्री अभय मिश्रा के नेतृत्व में जबलपुर आया था जिसमें राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद के निर्देशक मुख्यालय श्री एस.कुमार, मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद भोपाल के वरिष्ठ वैज्ञानिक श्री राजेश शर्मा एवं निपुण सिलावट, प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रभारी क्षेत्रीय केन्द्र मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद जबलपुर सम्मिलित थे। इस दल ने प्रस्तावित भूमि का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट मंत्रालय को दी थी जिसके उपरांत अब केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आदेश जारी कर दिये गए है जिसके अनुसार जबलपुर में स्थापित होने वाले साइंस सेंटर की स्थापना भेड़ाघाट में धुंआधार के समीप होगी। पांच करोड़ की लागत से बनने वाले इस साइंस सेंटर के लिये केन्द्र एवं राज्यसरकार आधी आधी राशि को वहन करेंगे इसके लिये केन्द्र सरकार ने अपने हिस्से की ढ़ाई करोड़ रूपये की राशि में से एक करोड़ रूपये की राशि पूर्व में ही जारी कर दी है। साइंस सेंटर के निर्माण में राज्य सरकार के अंश ढ़ाई करोड़ के अतिरिक्त तारामंडल की स्थापना में आने वाले व्यय पांच करोड़ की राशि का वहन भी राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा। जिसके लिये भी प्रदेश के मुख्यमंत्री मान. श्री शिवराज सिंह चौहान ने मंच से निःशुल्क भूमि एवं अपेक्षित वित्तीय सहायता की घोषणा पूर्व में ही वर्ष 2014 में की थी।
जबलपुर में स्थापित होने वाला साइंस सेंटर एवं तारामंडल निश्चित ही जबलपुर एवं आसपास के युवाओं के अध्ययन एवं रोजगार के लिये बहुउपयोगी साबित होगा साथ ही इससे जबलपुर के पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होने कहा कि स्थल चयन के आदेश जारी होने के बाद निश्चित रूप से इसकी स्थापना के कार्य में तेजी आयेगी और शीघ्र ही इसका निर्माण पूरा होगा। जिसका लाभ जबलपुर सहित संपूर्ण महाकौशल क्षेत्र को मिलेगा।