जून 2014 के बाद रेलवे उपलब्धियां

जबलपुर-पुणे स्पेशल ट्रेन को लगातार एक्सटेंशन दिलाया गया और आज भी सप्ताह में एक दिन संचालित की जा रही हैं | अध्यक्ष रेल बोर्ड के जबलपुर प्रवास पर उनके द्वारा इसकी घोषणा कराई गई थी कि जब तक जबलपुर से पुणे के लिए नियमित ट्रेन की घोषणा नहीं होती तब तक वैक्लपिक व्यवस्था के तहत जबलपुर – पुणे स्पेशल ट्रेन को संचालित की जाती रहेगी |

देवरी, शहपुरा एवं सिहोरा रेलवे स्टेशन पर फूट ओवर ब्रिज का निर्माण कराया गया |

सिहोरा रेलवे स्टेशन पर फूट ओवर ब्रिज के निर्माण हेतु सांसद निधि से 10 लाख रूपए की राशी स्वीकृत की गई हैं |

मेरी मांग पर स्वीकृत हुई जबलपुर स्टेशन पर यात्री सुविधाओं के विस्तार के मद्देनज़र प्लेटफोर्म न. 1 एवं 6 पर एस्केलेटर एवं लिफ्ट की सुविधा मुहैया कराई गई |

जबलपुर से वाराणसी उत्तरप्रदेश के लिए सीधी एक्सप्रेस ट्रेन की मांग मेरे द्वारा की गई थी जिसके मद्देनज़र जबलपुर – मंडुआडीह ट्रेन की घोषणा हुई और यह ट्रेन संचालित की जा रही हैं |

मेरी पिछले दो कार्यकाल से यह मांग की जाती रही है कि मदन महल रेलवे स्टेशन को टर्मिनल के रूप में विकसित किया जाये | दिनांक ०२ जनवरी २०१६ को महाप्रबंधक पश्चिम मध्य रेल द्वारा मदन महल को टर्मिनल के रूप में विकसित करने की सैधांतिक सहमती प्रदान किया गया | स्वीकृति के लिए रेल बोर्ड के पास प्रस्ताव भेजा गया हैं | मदन महल के टर्मिनल बनने से न केवल यात्रिओं को अतिरिक्त सुविधा मिलेगी साथ ही जबलपुर स्टेशन पर गाड़ियों के अत्यधिक दवाब को भी कम किया जा सकता हैं |

जबलपुर – गोंदिया ब्राडगेज को बजट वर्ष २०१५-१६ में 166 करोड़ रूपए की अधिकतम राशी प्रदान की गई साथ ही मेरी मांग और अतिरिक्त आवश्यकता तो देखते हुए अंतरिम राशी २०० करोड़ रुपये अतिरिक्त दिए गए | रेल मंत्री जी ने आश्वस्त किया है की बजट में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं की जायेगी |

इटारसी – इलाहाबाद इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य भी तेज गति से चल रहा हैं | बजट वर्ष २०१५-१६ में इस परियोजना को 134 करोड़ रुपये की राशी दी गई थी | बाद में अतिरिक्त आवश्यकता को देखते हुए 84 करोड़ का अतिरिक्त प्रावधान किया गया |