मध्यप्रदेश कृषि के लिये आदर्श प्रदेश है

दिंनाक: 08 Jun 2017 11:10:14


 

भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित पत्रकारवार्ता को मैंने संबोधित किया।
म.प्र. कृषि की दृष्टि से आदर्श राज्य है और विश्व में सबसे ज्यादा कृषि विकास दर म.प्र. प्रदेश की है। बीते चार वर्ष का औसत 20 प्रतिशत कृषि विकास दर का रहा है और 4 वर्ष से लगातार प्रदेश को भारत सरकार का कृषि कर्मण अवार्ड मिला है।

मध्यप्रदेश में किसानों के विकास और कृषि को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान लगातार प्रयासरत् हैं और उसी का परिणाम है कि पिछले 11 वर्षों में लगभग 113 प्रतिशत कृषि उत्पादन में वृद्धि हुई है।
यह उत्पादन 2004-05 में 1 करोड़ 98 लाख मेट्रिक टन का जो कि 2015-16 में बढ़कर 4 करोड़ 23 लाख मेट्रिक टन हुआ है, इसी तरह खाद्यान्न उत्पादन में भी 142 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

प्राकृतिक आपदा से फसलों को होने वाले नुकसान की भरपाई करने और किसानों को आश्वस्त आमदनी के लिये प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लागू की गई है इस वर्ष इसमें लगभग 40 लाख किसानों के शामिल होने की संभावना है। साथ ही राज्य की कृषि बीमा योजना के तहत् 2014-15 तक 80.54 लाख किसानों को 5452 करोड़ रूपये की दावा राशि का भुगतान राज्य शासन कर चुका है और वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी को दुगुना करने के लिए योजना तैयार कर उस पर तेजी से अमल करना भी शुरू कर दिया है। सांसद श्री सिंह ने कहा कि म.प्र. ऐसा पहला राज्य है जिसने शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर अल्पावधि ऋण दिये हैं और मुख्यमंत्री श्री शिवराज जी की पहल पर यह व्यवस्था की गई है कि किसानों द्वारा कृषि कार्य के लिये जो ऋण लिये जाते हैं उसका 90 प्रतिशत ही उन्हें वापस करना होगा, हमारी सरकार किसानों को कृषि कार्य के लिये 10 घण्टे बिजली दे रही है।

आप सब को ज्ञात है कि 13 वर्ष पूर्व इस प्रदेश में सिंचाई के लिए नहरों की क्या स्थिति थी और आज जब हमारी सरकार ने लगातार सिंचाई क्षेत्र में कार्य किया तो नहरों से सिंचित क्षेत्र 7.5 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 37.50 लाख हेक्टेयर हुआ जो कि 500 प्रतिशत से अधिक वृद्धि है। इसी तरह सिंचाई क्षेत्र में अनेकों योजनाओं के तहत् लगातार कार्य हो रहा है।

मंदसौर में जो घटना हुई है उससे हम मानते हैं कि किसानों में रहा होगा किन्तु जहां के किसान ने अपने हाथों में हमेशा हल लिया है वह हथियार नहीं उठा सकता। इस घटना की हम निन्दा करते हैं साथ ही सरकार और भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व भी हतप्रभ है कि जिस प्रदेश की कृषि विकास दर सबसे अधिक हो और इस घटना में जरूर कोई साजिश हुई है और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने घटना में मृत जनों के लिये 1 करोड़ रूपये की मुआवजे की घोषणा के साथ-साथ घटना के न्यायिक जाँच के आदेश भी दिये हैं। यह इस बात को दर्शाता है कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान किसानों के लिये कितने संवेदनशील हैं। आज ही कृषि केबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान निर्देश दिया है कि तुअर, उड़द की समर्थन मूल्य पर खरीदी 10 जून से प्रारंभ होगी साथ ही डिफाल्टर किसानों को दुबारा क्रेडिट नेट में लाने योजना बनाई जायेगी और किसानों को लाभकारी मूल्य देने कृषि लागत आयोग बनाया जायेगा।

मैं ये साफ शब्दों में कहना चाहता हूँ की कांग्रेस अपनी ओछी राजनीति से बाज़ आये और किसानों को आगे कर क्षुद्र राजनीति बंद करे क्योंकि पिछले 13 वर्षों में किसान और प्रदेश की जनता ने अपना आशीर्वाद भाजपा को दिया है और आगे भी किसान और जनता हमारे साथ रहेगी किन्तु कांग्रेस किसानों को आगे करके जिस प्रकार की राजनीति कर रही है वह निन्दनीय है और कांग्रेस को लाशों पर राजनीति नहीं करना चाहिए। सांसद श्री सिंह ने कहा मैं आपके माध्यम से प्रदेश की जनता किसान और व्यापारियों को धन्यवाद देना चाहूँगा जिन्होने कॉंग्रेस के बंद के आहवान को विफल बनाया और एक बार फिर बताया कि वह कॉंग्रेस की ओछी राजनीति के साथ नही है।

पत्रकारवार्ता में मेरे साथ महापौर डॉ स्वाती गोडबोले विधायक अंचल सोनकर अशोक रोहाणी मविप्र अध्यक्ष प्रभात साहू पूर्व विधायक हरेंडरजीत सिंह बब्बू महामंत्री संदीप जैन राजेश मिश्रा उपस्थित थे ।