पर्यटन

देश में पर्यटन आज एक उद्योग का रूप ले चुका है जिससे स्थानीय स्तर पर आय की वृद्धि के साथ-साथ रोजगारों का सृजन भी होता है। जबलपुर स्वभाविक रूप से टूरिस्ट हव है इसके आस पास कान्हा बाधवगंढ़, पेच, जैसे राष्ट्रीय उद्यान, विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल खजुराहो, अमरकंटक, पचमढ़ी, देश का भौगोलिक केन्द्र करौंदी स्थित है। जबलपुर पर्यटक हब के रूप में विकसित हो इसके लिये श्री राकेश सिंह जी द्वारा पर्यटन मंत्रालय को राज्य सरकार द्वारा एक प्रस्ताव दिलाया गया था जिसमें भेड़ाघाट में म्यूजिकल फाउंटेन व पार्क का निर्माण, बोटिगं क्षेत्र का विकास, टूरिस्ट रिसेप्शन सेंटर का निर्माण, मदनमहल किले की सजावट, प्रसिद्ध संग्राम सागर तालाब का विकास, वीरांगना रानी दुर्गावती के समाधि क्षेत्र का विकास, बरगी डेम में साहसिक खेलों का निर्माण आदि शामिल किया गया था। लगातार प्रयासों के फलस्वरूप पर्यटन मंत्रालय एवं स्थाई वित्तीय समिति द्वारा इस प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई है । इस प्रस्ताव के स्वीकृत होने से 52 करोंड रूपये पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रदान किये जायेगें जिससे उपरोक्त सभी विकास कार्यो को गती मिलेगी।

विशेष उपलब्धि


श्री राकेश सिह के द्वारा जबलपुर में मां नर्मदा के तट भेड़ाघाट में हर वर्ष नर्मदा महोत्सव यह प्रमुख सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। इसके साथा ही बरगी डेम में कू्रज (बोटिंग), डुमना नेचर रिजर्व का उन्न्यन जैसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल को श्री राकेश सिंह के सहयोग के द्वारा ही संभव हो पाया है। श्री राकेश सिंह डुमना नेचर रिजर्व को टाईगर सफारी नंनद कानन वन, भूवनेश्वर के तर्ज पर विकसित करना चाहते हैं।

कृषि आधारित उद्योग का विकास

जबलपुर और आस पास के क्षेत्रों में मटर की भरपूर पैदावार होती है । मगर भंडारण की सुविधा न होने के कारण किसान अपने फसल (मटर) को सस्ते में बेच देते है, और यहां से मटर आस पास के कई राज्यों में निर्यात होता है। इस क्षेत्र में श्री राकेश सिंह द्वारा एक सेमीनार का आयोजन किया गया था जिसमें उद्योगपतियों के साथ-साथ किसानों को आमंत्रित किया गया था। इस सेमीनार के माध्यम से किसानों को यह जानकारी दी गई की जबलपुर या आस पास के क्षेत्र में खाद्य-प्रसंस्करण जैसे लघु उद्योगों को बढ़ावा देकर अपने फसल को लम्बे समय तक भंडारण कर उचे दामों पर बेचा जा सकता है। इस तरह इन लघु उद्योगों से न केवल किसानों बल्कि युवाओं को रोजगार से संबंधित लाभ भी मिलेगें।