जबलपुर एअरपोर्ट का कार्य शीघ्र पूरा हो और पर्यटन विकास के लिए भी आवश्यक कदम उठाये जायें

दिंनाक: 04 May 2016 12:34:34


बजट सत्र में नगर विमानन एवं पर्यटन तथा संस्कृति मंत्रालय के मंत्री श्री गजपति राजूजी एवं श्री महेश शर्माजी को बधाई देते हैं कि उन्होंने देश में एक सकारात्मक पहल करके टूरिज्म और सिविल एविशन क्षेत्रों में देश की जनता के बीच आशा की किरण जगायी है। देश के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी द्वारा पर्यटन को मनोरंजन से हटकर देश के करोड़ों युवा, गरीब कलाकार, और देश की संस्कृति को बचाये रखने वाले आदिवासी भाई-बहन इन सभी के लिए पर्यटन को एक रोजगार के माध्यम के रूप में विकसित करने का स्वप्न देखा गया है और माननीय प्रधानमंत्री चाहते हैं कि पर्यटन के माध्यम से अनेक लोगों को रोजगार मिले, पर्यटन क्षेत्रों की तस्वीर बदले इसलिए सरकार ने इसको उद्योग के रूप में विकसित करने का विचार किया है जिसे पूरा करने में इन विभागों के मंत्री और पूरी टीम लगातार बेहतरीन काम कर रही है।
प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी द्वारा पर्यटन को मनोरंजन से हटकर देश के करोड़ों युवा, गरीब कलाकार, और देश की संस्कृति को बचाये रखने वाले आदिवासी भाई-बहन इन सभी के लिए पर्यटन को एक रोजगार के माध्यम के रूप में विकसित करने का स्वप्न देखा गया है और माननीय प्रधानमंत्री चाहते हैं कि पर्यटन के माध्यम से अनेक लोगों को रोजगार मिले, पर्यटन क्षेत्रों की तस्वीर बदले इसलिए सरकार ने इसको उद्योग के रूप में विकसित करने का विचार किया है जिसे पूरा करने में इन विभागों के मंत्री और पूरी टीम लगातार बेहतरीन काम कर रही है। उन्होंने अनुदान मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि देश और दुनिया के लोगों को हमें यह बताना पड़ेगा कि हमारी समृद्ध संस्कृति क्या है और दुनिया को हमारी प्राचीन ऐतिहासिक स्थानों के बारे में बताना होगा और इन सबके लिए सरकार संबंधित मंत्री और मंत्रालय की टीम बधाई की पात्र है कि पूरे देश और दुनिया में यात्रा मेलों का आयोजन हो रहा है। सेमीनार और वर्कशाप हो रहे हैं ताकि दुनिया के लोग इस देश के पर्यटन को ठीक तरह से जान सकें।
उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री और पर्यटन मंत्री की सोच इससे भी और आगे है। सरकार चाहती है कि पर्यटन में प्रशिक्षण और कौशल विकास पर विशेष रूप से जोर दिया जाये क्योंकि सरकार चाहती है कि देश के युवा को आज ऐसा कौशल चाहिये जिससे वह केवल अपनी जीविका नहीं बल्कि और दूसरे लोगों को भी रोजगार के अवसर पैदा कर सकें।
जबलपुर जो कि पूर्वी मध्यप्रदेश का एक प्रमुख केंद्र है। इसके लगभग 150 कि मी की परिधि में कान्हा और बांधवगढ़ नेशनल पार्क के साथ ही अमरकंटक, खजुराहो और पचमढ़ी जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मौजूद हैं जिसके कारण जबलपुर स्वाभाविक रूप से टूरिज्म का हब है। जबलपुर में मां नर्मदा के तट पर भेड़ाघाट है जहां पर मार्बल राक्स हैं और धुंआधार जैस वाटर फाल है। लेकिन दुर्भाग्य से पूर्ववर्ती सरकारों के द्वारा इस ओर उतना ध्यान नहीं दिया गया जितना दिया जाना चाहिये था। इसके लिए आग्रह है कि जबलपुर को किसी न किसी सर्किट से जोड़ा जाये ताकि जबलपुर बेहतर तरीके से टूरिस्ट हब के रूप में विकसित हो।
डुमना एअरपोर्ट की शुरूआत ब्रिटिश शासन ने जबलपुर के महत्व को देखते हुए की थी। लेकिन बाद में इस पर ध्यान नहीं दिया गया। लम्बे समय तक एअरपोर्ट बंद था जिस पर गाय चरा करती थीं।सांसद बनने के बाद हमारे द्वारा इस एअरपोर्ट पर एअर डेक्कन की फ्लाइट से शुरूआत करायी और उसके बाद से यहां लगातार हवाई सेवायें जारी रही हैं।
हमारी पहल पर एअरपोर्ट विस्तार की सभी तैयारियां हो चुकी हैं। सभी कामों जैसे नई टर्मिनल बिल्डिंग, नये एप्रेन, नये एटीसी टावर सभी कार्य स्वीकृत हैं। केवल इन कामों का प्रांरभ होना है। यह काम जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी प्रारंभ किये जायें क्योंकि जबलपुर के आसपास का जितना औद्योगिक क्षेत्र है वह सब कुछ जबलपुर पर ही निर्भर करता है। क्योंकि जबलपुर पूर्वी मध्यप्रदेश का प्रमुख केंद्र है जो कि लगभग आधे मध्यप्रदेश को प्रभावित करता है। जिसका एकमात्र एअरपोर्ट जबलपुर का डुमना एअरपोर्ट है। इसलिए हमारी मंत्री महोदय से यह अपेक्षा है कि इस एअरपोर्ट के जो भी काम स्वीकृत हैं उन्हें बहुत जल्दी पूरा कराने की दिशा में सरकार अपने कदम आगे बढ़ायेगी।
हम सिविल एविएशन राज्यमंत्री श्री महेश शर्माजी को अपने उद्बोधन में इस बात के लिए भी आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने पिछले दिनों डुमना एअरपोर्ट के लाइसेंस रद्द होने से उत्पन्न संकट के समय विशेष रूचि लेते हुए स्वयं बैठक कर एअरपोर्ट के लाइसेंस की बहाली के इस संकट का निपटारा किया।