वल्र्ड पार्लियामेंट फोरम ऑफ़ सस्टेनेबल डेवलपमेंट

दिंनाक: 08 Sep 2017 09:57:51


इंडोनेशिया के बाली शहर में आयोजित वल्र्ड पार्लियामेंट फोरम ऑफ़ सस्टेनेबल डेवलपमेंट में लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन के साथ मैंने भारत की ओर से प्रतिनिधित्व किया। इस सम्मेलन में विश्व के 49 देशों ने हिस्सा लिया। मैंने वल्र्ड पार्लियामेंट फोरम ऑफ़ सस्टेनेबल डेवलपमेंट (बाली) इंडोनेशिया में सर्वसमावेशी विकास और इसकी भागीदारी के विषय पर हुए अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में अपने विचार व्यक्त किये।

इंडोनेशिया की धरती पर बोलते हुए प्रसन्नता एवं गौरव महसूस कर रहा हूँ। सांस्कृतिक पारंपरिक एवं विचारों की दृष्टि से हमारी काफी समानता है।

भारत हमेशा समावेशिक विकास का पक्षधर रहा है और विश्व की सभी संस्थाओं के माध्यम से वैश्विक समुदाय को भारत ने हमेशा यह सशक्त संदेश किया है। समाज के सभी वर्गों के लिए सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं शिक्षा इन विषयों पर समाज के सभी वर्गों का सहभागिता हो इस दृष्टि से भारत ने अनेकों प्रयास किये हैं। सामाजिक एवं आर्थिक विषयों में समाज के सभी वर्ग कैसे मुख्य धारा में जुड़ सकेंगे, इसकी चिंता की है। एक सांसद सदस्य के नाते हमारा यह दायित्व है कि दुनिया में इस प्रकार के सर्वस्व समविशक मॉडल को प्रमोट किया जाये।

भारत ने अनेक कदम उठाये हैं। उदाहरण के लिये पचास फीसदी आरक्षण महिलाओं के लिये नगरीय आयोग में रखा गया है। इसके माध्यम से महिला सक्षमीकरण और मुख्यधारा में जोड़ने के प्रयास सफल रहे हैं। भारतीय बैंकों द्वारा फायनेंशियल इन्क्लूजन की एक बड़ी परियोजना चल रही है जिसके द्वारा गरीब एवं उपेक्षित वर्गों के बैंक एकाउंट बड़ी संख्या में खुले हैं। सभी नागरिकों को समान अधिकार एवं सुविधाएं देने के लिए आधार कार्ड की परियोजना यह एक क्रांतिकारी परियोजना भारत की सरकार द्वारा चलाया जा रहा है।

इस फोरम के माध्यम से यह कहना चाहूंगा कि पूरी दुनिया की विषमता को मिटाने का हम सबका प्रयास होना चाहिये एंव विश्व के सभी देशों को सस्टेनेबल डेवलपमेंट के माध्यम से सभी वर्गों को जोड़कार विकास का एक नया मॉडल बनाया जाना चाहिये। मुझे विश्वास है कि हम सबके सामरिक प्रयास से यह अवश्य फलीभूत होगा।